Payal Rohatgi Instagram – Rajiv Dixit जी का में video सुन रही थी जहां वो Macaulay के ऊपर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने London की India Office Library से एक चिट्ठी निकली। यह चिट्ठी वो अपने पिताजी को लिख रहा है की भारत को बर्बाद करना है तो उसके न्याय पाधती को बर्बाद करो।तो उसके लिए उसने IPC, CRPC, CPC बना दिया। दूसरी बात वो कहता था कि भारतीय समाज को बर्बाद करना है तो भारतीय शिक्षण पाधती का नाश करो। यहाँ पर पहले #gurukul चलते थे और गुरुकुल में विध्यार्थी पड़ते थे।और विध्यार्थी २० साल तक शिक्षा ग्रहण करते हुए ब्रह्मचार्या का पालन करते थे।वो यह संस्कार लेकर समाज में जाते थे और उससे भारतीय संस्कृति बनती थी। रिशि और मूनी गुरुकुल चलाते थे जहां वेदों का अधायन, पुरानो का अधायन Sanskrit के माध्यम से कराया जाता था। Macaulay ने gurukul का नाश करने के लिए एक क़ानून बनाया कि Sanskrit में जितने विद्यालय चल रहे थे भारत में उन्हें उसे illegal घोषित किया जाए। और एलान किया की Sanskrit माध्यम से चलने वाले गुरुकुल को अंग्रेज सरकार मान्यता नहीं देगी। और अंग्रेज़ी convent को मान्यता देगी। और यह क़ानून का नाम है INDIAN EDUCATION ACT। यह लागू हुए 1858 में। | Posted on 30/Nov/2019 10:03:40
Home Actress Payal Rohatgi HD Photos and Wallpapers November 2020 Payal Rohatgi Instagram - Rajiv Dixit जी का में video सुन रही थी जहां वो Macaulay के ऊपर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने London की India Office Library से एक चिट्ठी निकली। यह चिट्ठी वो अपने पिताजी को लिख रहा है की भारत को बर्बाद करना है तो उसके न्याय पाधती को बर्बाद करो।तो उसके लिए उसने IPC, CRPC, CPC बना दिया। दूसरी बात वो कहता था कि भारतीय समाज को बर्बाद करना है तो भारतीय शिक्षण पाधती का नाश करो। यहाँ पर पहले #gurukul चलते थे और गुरुकुल में विध्यार्थी पड़ते थे।और विध्यार्थी २० साल तक शिक्षा ग्रहण करते हुए ब्रह्मचार्या का पालन करते थे।वो यह संस्कार लेकर समाज में जाते थे और उससे भारतीय संस्कृति बनती थी। रिशि और मूनी गुरुकुल चलाते थे जहां वेदों का अधायन, पुरानो का अधायन Sanskrit के माध्यम से कराया जाता था। Macaulay ने gurukul का नाश करने के लिए एक क़ानून बनाया कि Sanskrit में जितने विद्यालय चल रहे थे भारत में उन्हें उसे illegal घोषित किया जाए। और एलान किया की Sanskrit माध्यम से चलने वाले गुरुकुल को अंग्रेज सरकार मान्यता नहीं देगी। और अंग्रेज़ी convent को मान्यता देगी। और यह क़ानून का नाम है INDIAN EDUCATION ACT। यह लागू हुए 1858 में।