Home Actress Payal Rohatgi HD Photos and Wallpapers November 2020 Payal Rohatgi Instagram - यह जो convent school से निकलने वाले बच्चे हैं यह सबसे ज़्यादा गाली अपने माँ- बाप को देते हैं mom और dad कहकर। dead माने मरा हुआ और mummy माने शव। Egypt में mummy कहा जाता है मारे हुए शव को। अब Kolkotta में जो convent school खोला था Macaulay ने वो चला नहीं वो बंध हो गया।कोई भी भारतीय ऐन बच्चे को convent नहीं भेजता था अंगरेजो के समय। लेकिन अंगरेजो के जाने के बाद गली गली convent school खुल गए हैं भारत में और ऐसे mummy और daddy भारत में जो बच्चे पैदा होने से पहले registration करवाते हैं।parents यह सोचते हैं की बच्चे smart होंगे अगर convent में पड़ेंगे और smart का मतलब coat और tie पहनना 🤣 अंगरेजो के देश में tie इसलिए लगाई जाती है क्यूँकि वहाँ ठंडी बहुत पड्डति है और ६ महीने बर्फ़ गिरती है। ६ महीने सूर्य भगवान के दर्शन नहीं होता। और जिस देश में सर्दी बहुत होती है वहाँ लोगों को जुकाम बहुत होता है। नाक चलती है तो उसे पोचने के लिए जेब से रूमाल निकलना पड़ता है।तो उन्होंने tie का इस्तेमाल करना शुरू किया नाक पोचने जो गले के आजुबाजू वो बांधने लगे। और भारत में तो ९ महीने गर्मी पड़ती है। तो फिर हम हमारे बच्चों को क्यूँ लटकवाँ रहे हैं tie ??? Europe की एक हज़ारों साल की परम्परा है कि वो बच्चे लावारिस छोड़ देते हैं।वहाँ बच्चा पैदा हुआ तो उसे छोड़ देते church के सामने, orphanage के सामने।लावारिस बच्चों की पड़ाई लिखाई जिस जगह की जाती थी Europe में उसे कहते थे convent।तो हम हमारे बच्चों को convent क्यू भेज रहे हैं क्यूँकि यहाँ तो माँ भी है और बाप भी है। दुनिया में २०० देश हैं और सिर्फ़ १२ या १३ देशो में अंग्रेज़ी चलती हैं। तो अंग्रेज़ी अंतरराष्ट्रीय भाषा कैसे हो गयी। कुछ लोग समझते हैं कि अंग्रेज़ी बहुत rich भाषा है। अंग्रेज़ी से ज़्यादा रधी भाषा ओर कोई नहीं।

Payal Rohatgi Instagram – यह जो convent school से निकलने वाले बच्चे हैं यह सबसे ज़्यादा गाली अपने माँ- बाप को देते हैं mom और dad कहकर। dead माने मरा हुआ और mummy माने शव। Egypt में mummy कहा जाता है मारे हुए शव को। अब Kolkotta में जो convent school खोला था Macaulay ने वो चला नहीं वो बंध हो गया।कोई भी भारतीय ऐन बच्चे को convent नहीं भेजता था अंगरेजो के समय। लेकिन अंगरेजो के जाने के बाद गली गली convent school खुल गए हैं भारत में और ऐसे mummy और daddy भारत में जो बच्चे पैदा होने से पहले registration करवाते हैं।parents यह सोचते हैं की बच्चे smart होंगे अगर convent में पड़ेंगे और smart का मतलब coat और tie पहनना 🤣 अंगरेजो के देश में tie इसलिए लगाई जाती है क्यूँकि वहाँ ठंडी बहुत पड्डति है और ६ महीने बर्फ़ गिरती है। ६ महीने सूर्य भगवान के दर्शन नहीं होता। और जिस देश में सर्दी बहुत होती है वहाँ लोगों को जुकाम बहुत होता है। नाक चलती है तो उसे पोचने के लिए जेब से रूमाल निकलना पड़ता है।तो उन्होंने tie का इस्तेमाल करना शुरू किया नाक पोचने जो गले के आजुबाजू वो बांधने लगे। और भारत में तो ९ महीने गर्मी पड़ती है। तो फिर हम हमारे बच्चों को क्यूँ लटकवाँ रहे हैं tie ??? Europe की एक हज़ारों साल की परम्परा है कि वो बच्चे लावारिस छोड़ देते हैं।वहाँ बच्चा पैदा हुआ तो उसे छोड़ देते church के सामने, orphanage के सामने।लावारिस बच्चों की पड़ाई लिखाई जिस जगह की जाती थी Europe में उसे कहते थे convent।तो हम हमारे बच्चों को convent क्यू भेज रहे हैं क्यूँकि यहाँ तो माँ भी है और बाप भी है। दुनिया में २०० देश हैं और सिर्फ़ १२ या १३ देशो में अंग्रेज़ी चलती हैं। तो अंग्रेज़ी अंतरराष्ट्रीय भाषा कैसे हो गयी। कुछ लोग समझते हैं कि अंग्रेज़ी बहुत rich भाषा है। अंग्रेज़ी से ज़्यादा रधी भाषा ओर कोई नहीं।

Payal Rohatgi Instagram - यह जो convent school से निकलने वाले बच्चे हैं यह सबसे ज़्यादा गाली अपने माँ- बाप को देते हैं mom और dad कहकर। dead माने मरा हुआ और mummy माने शव। Egypt में mummy कहा जाता है मारे हुए शव को। अब Kolkotta में जो convent school खोला था Macaulay ने वो चला नहीं वो बंध हो गया।कोई भी भारतीय ऐन बच्चे को convent नहीं भेजता था अंगरेजो के समय। लेकिन अंगरेजो के जाने के बाद गली गली convent school खुल गए हैं भारत में और ऐसे mummy और daddy भारत में जो बच्चे पैदा होने से पहले registration करवाते हैं।parents यह सोचते हैं की बच्चे smart होंगे अगर convent में पड़ेंगे और smart का मतलब coat और tie पहनना 🤣 अंगरेजो के देश में tie इसलिए लगाई जाती है क्यूँकि वहाँ ठंडी बहुत पड्डति है और ६ महीने बर्फ़ गिरती है। ६ महीने सूर्य भगवान के दर्शन नहीं होता। और जिस देश में सर्दी बहुत होती है वहाँ लोगों को जुकाम बहुत होता है। नाक चलती है तो उसे पोचने के लिए जेब से रूमाल निकलना पड़ता है।तो उन्होंने tie का इस्तेमाल करना शुरू किया नाक पोचने जो गले के आजुबाजू वो बांधने लगे। और भारत में तो ९ महीने गर्मी पड़ती है। तो फिर हम हमारे बच्चों को क्यूँ लटकवाँ रहे हैं tie ??? Europe की एक हज़ारों साल की परम्परा है कि वो बच्चे लावारिस छोड़ देते हैं।वहाँ बच्चा पैदा हुआ तो उसे छोड़ देते church के सामने, orphanage के सामने।लावारिस बच्चों की पड़ाई लिखाई जिस जगह की जाती थी Europe में उसे कहते थे convent।तो हम हमारे बच्चों को convent क्यू भेज रहे हैं क्यूँकि यहाँ तो माँ भी है और बाप भी है। दुनिया में २०० देश हैं और सिर्फ़ १२ या १३ देशो में अंग्रेज़ी चलती हैं। तो अंग्रेज़ी अंतरराष्ट्रीय भाषा कैसे हो गयी। कुछ लोग समझते हैं कि अंग्रेज़ी बहुत rich भाषा है। अंग्रेज़ी से ज़्यादा रधी भाषा ओर कोई नहीं।

Payal Rohatgi Instagram – यह जो convent school से निकलने वाले बच्चे हैं यह सबसे ज़्यादा गाली अपने माँ- बाप को देते हैं mom और dad कहकर। dead माने मरा हुआ और mummy माने शव। Egypt में mummy कहा जाता है मारे हुए शव को। अब Kolkotta में जो convent school खोला था Macaulay ने वो चला नहीं वो बंध हो गया।कोई भी भारतीय ऐन बच्चे को convent नहीं भेजता था अंगरेजो के समय। लेकिन अंगरेजो के जाने के बाद गली गली convent school खुल गए हैं भारत में और ऐसे mummy और daddy भारत में जो बच्चे पैदा होने से पहले registration करवाते हैं।parents यह सोचते हैं की बच्चे smart होंगे अगर convent में पड़ेंगे और smart का मतलब coat और tie पहनना 🤣
अंगरेजो के देश में tie इसलिए लगाई जाती है क्यूँकि वहाँ ठंडी बहुत पड्डति है और ६ महीने बर्फ़ गिरती है। ६ महीने सूर्य भगवान के दर्शन नहीं होता। और जिस देश में सर्दी बहुत होती है वहाँ लोगों को जुकाम बहुत होता है। नाक चलती है तो उसे पोचने के लिए जेब से रूमाल निकलना पड़ता है।तो उन्होंने tie का इस्तेमाल करना शुरू किया नाक पोचने जो गले के आजुबाजू वो बांधने लगे। और भारत में तो ९ महीने गर्मी पड़ती है। तो फिर हम हमारे बच्चों को क्यूँ लटकवाँ रहे हैं tie ??? Europe की एक हज़ारों साल की परम्परा है कि वो बच्चे लावारिस छोड़ देते हैं।वहाँ बच्चा पैदा हुआ तो उसे छोड़ देते church के सामने, orphanage के सामने।लावारिस बच्चों की पड़ाई लिखाई जिस जगह की जाती थी Europe में उसे कहते थे convent।तो हम हमारे बच्चों को convent क्यू भेज रहे हैं क्यूँकि यहाँ तो माँ भी है और बाप भी है। दुनिया में २०० देश हैं और सिर्फ़ १२ या १३ देशो में अंग्रेज़ी चलती हैं। तो अंग्रेज़ी अंतरराष्ट्रीय भाषा कैसे हो गयी। कुछ लोग समझते हैं कि अंग्रेज़ी बहुत rich भाषा है। अंग्रेज़ी से ज़्यादा रधी भाषा ओर कोई नहीं। | Posted on 01/Dec/2019 10:48:57

Payal Rohatgi Instagram – All India Muslim Personal Law Board के नमूने #JafaryabJilani Supreme court में review petition file करना चाहते हैं #RamMandir फ़ैसले के ख़िलाफ़ क्यूँकि #Sharia law के अनुसार वो कोई भी ज़मीन पर Babar का मस्जिद नहीं बना सकते जो एक हिन्दु हत्यारा था । यह दिखता है इनकी Islamist सोच जो बहुत ख़तरनाक है क्यूँकि भारत में बहुत धर्म के लोग रहते हैं और यहाँ पर सिर्फ़ सविधान के अनुसार फ़ैसले सुनाए जाते हैं नहीं कोई Sharia के अनुसार। Jilani का review petition बेबूनियाद है। वो अपने media interaction में कह रहा था की Sabrimala verdict को review petition मिली तो उसे भी अपनी बेवक़ूफ़  सोच पर SC review petition देगी 🤪 Donkey को यह भी नहीं पता कि भगवान ayyappa के बाक़ी मंदिरो में सभी उम्र की महिला प्रवेश कर सकती है सिवाय इसके क्यूँकि यहाँ भगवान अपनी मर्ज़ी से महिला को एक बच्ची की तरह या फिर एक माँ की तरह देखना चाहते हैं। पुरुषों के लिए भी नियम हैं परंतु मदरसा के पड़े लोगों को क्या समझ 😜

AIMPLB का निर्माण इंदिरा गांधी जी ने किया था अपने vote के चक्कर में ना कि मुसलमानो ने।परंतु निर्माण होने के बाद यह Sharia law के अनुसार चलने वाला board भारत में ShahBano फ़ैसले के ख़िलाफ़ था और १९८६ में राजीव गांधी ने सत्ता पाकर SC के फ़ैसले को पलट दिया था जो शाहबानो के हक़ में था। यह AIMPLB Right to Free & Compulsary Education के ख़िलाफ़ है क्यूँकि यह सोचता है कि इससे मदरसा की सोच पर असर पड़ेगा 😂 अब यह कोंग्रेसी जो AIMPLB के निर्माण के पीछे हैं वो JNU में शिक्षा की बात कर रहे हैं 🙏
Payal Rohatgi Instagram – Communal ???? #HyderabadRapeCase #kathuarapecase

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