Home Actress Payal Rohatgi HD Photos and Wallpapers November 2020 Payal Rohatgi Instagram - All India Muslim Personal Law Board के नमूने #JafaryabJilani Supreme court में review petition file करना चाहते हैं #RamMandir फ़ैसले के ख़िलाफ़ क्यूँकि #Sharia law के अनुसार वो कोई भी ज़मीन पर Babar का मस्जिद नहीं बना सकते जो एक हिन्दु हत्यारा था । यह दिखता है इनकी Islamist सोच जो बहुत ख़तरनाक है क्यूँकि भारत में बहुत धर्म के लोग रहते हैं और यहाँ पर सिर्फ़ सविधान के अनुसार फ़ैसले सुनाए जाते हैं नहीं कोई Sharia के अनुसार। Jilani का review petition बेबूनियाद है। वो अपने media interaction में कह रहा था की Sabrimala verdict को review petition मिली तो उसे भी अपनी बेवक़ूफ़ सोच पर SC review petition देगी 🤪 Donkey को यह भी नहीं पता कि भगवान ayyappa के बाक़ी मंदिरो में सभी उम्र की महिला प्रवेश कर सकती है सिवाय इसके क्यूँकि यहाँ भगवान अपनी मर्ज़ी से महिला को एक बच्ची की तरह या फिर एक माँ की तरह देखना चाहते हैं। पुरुषों के लिए भी नियम हैं परंतु मदरसा के पड़े लोगों को क्या समझ 😜 AIMPLB का निर्माण इंदिरा गांधी जी ने किया था अपने vote के चक्कर में ना कि मुसलमानो ने।परंतु निर्माण होने के बाद यह Sharia law के अनुसार चलने वाला board भारत में ShahBano फ़ैसले के ख़िलाफ़ था और १९८६ में राजीव गांधी ने सत्ता पाकर SC के फ़ैसले को पलट दिया था जो शाहबानो के हक़ में था। यह AIMPLB Right to Free & Compulsary Education के ख़िलाफ़ है क्यूँकि यह सोचता है कि इससे मदरसा की सोच पर असर पड़ेगा 😂 अब यह कोंग्रेसी जो AIMPLB के निर्माण के पीछे हैं वो JNU में शिक्षा की बात कर रहे हैं 🙏

Payal Rohatgi Instagram – All India Muslim Personal Law Board के नमूने #JafaryabJilani Supreme court में review petition file करना चाहते हैं #RamMandir फ़ैसले के ख़िलाफ़ क्यूँकि #Sharia law के अनुसार वो कोई भी ज़मीन पर Babar का मस्जिद नहीं बना सकते जो एक हिन्दु हत्यारा था । यह दिखता है इनकी Islamist सोच जो बहुत ख़तरनाक है क्यूँकि भारत में बहुत धर्म के लोग रहते हैं और यहाँ पर सिर्फ़ सविधान के अनुसार फ़ैसले सुनाए जाते हैं नहीं कोई Sharia के अनुसार। Jilani का review petition बेबूनियाद है। वो अपने media interaction में कह रहा था की Sabrimala verdict को review petition मिली तो उसे भी अपनी बेवक़ूफ़ सोच पर SC review petition देगी 🤪 Donkey को यह भी नहीं पता कि भगवान ayyappa के बाक़ी मंदिरो में सभी उम्र की महिला प्रवेश कर सकती है सिवाय इसके क्यूँकि यहाँ भगवान अपनी मर्ज़ी से महिला को एक बच्ची की तरह या फिर एक माँ की तरह देखना चाहते हैं। पुरुषों के लिए भी नियम हैं परंतु मदरसा के पड़े लोगों को क्या समझ 😜 AIMPLB का निर्माण इंदिरा गांधी जी ने किया था अपने vote के चक्कर में ना कि मुसलमानो ने।परंतु निर्माण होने के बाद यह Sharia law के अनुसार चलने वाला board भारत में ShahBano फ़ैसले के ख़िलाफ़ था और १९८६ में राजीव गांधी ने सत्ता पाकर SC के फ़ैसले को पलट दिया था जो शाहबानो के हक़ में था। यह AIMPLB Right to Free & Compulsary Education के ख़िलाफ़ है क्यूँकि यह सोचता है कि इससे मदरसा की सोच पर असर पड़ेगा 😂 अब यह कोंग्रेसी जो AIMPLB के निर्माण के पीछे हैं वो JNU में शिक्षा की बात कर रहे हैं 🙏

Payal Rohatgi Instagram - All India Muslim Personal Law Board के नमूने #JafaryabJilani Supreme court में review petition file करना चाहते हैं #RamMandir फ़ैसले के ख़िलाफ़ क्यूँकि #Sharia law के अनुसार वो कोई भी ज़मीन पर Babar का मस्जिद नहीं बना सकते जो एक हिन्दु हत्यारा था । यह दिखता है इनकी Islamist सोच जो बहुत ख़तरनाक है क्यूँकि भारत में बहुत धर्म के लोग रहते हैं और यहाँ पर सिर्फ़ सविधान के अनुसार फ़ैसले सुनाए जाते हैं नहीं कोई Sharia के अनुसार। Jilani का review petition बेबूनियाद है। वो अपने media interaction में कह रहा था की Sabrimala verdict को review petition मिली तो उसे भी अपनी बेवक़ूफ़ सोच पर SC review petition देगी 🤪 Donkey को यह भी नहीं पता कि भगवान ayyappa के बाक़ी मंदिरो में सभी उम्र की महिला प्रवेश कर सकती है सिवाय इसके क्यूँकि यहाँ भगवान अपनी मर्ज़ी से महिला को एक बच्ची की तरह या फिर एक माँ की तरह देखना चाहते हैं। पुरुषों के लिए भी नियम हैं परंतु मदरसा के पड़े लोगों को क्या समझ 😜 AIMPLB का निर्माण इंदिरा गांधी जी ने किया था अपने vote के चक्कर में ना कि मुसलमानो ने।परंतु निर्माण होने के बाद यह Sharia law के अनुसार चलने वाला board भारत में ShahBano फ़ैसले के ख़िलाफ़ था और १९८६ में राजीव गांधी ने सत्ता पाकर SC के फ़ैसले को पलट दिया था जो शाहबानो के हक़ में था। यह AIMPLB Right to Free & Compulsary Education के ख़िलाफ़ है क्यूँकि यह सोचता है कि इससे मदरसा की सोच पर असर पड़ेगा 😂 अब यह कोंग्रेसी जो AIMPLB के निर्माण के पीछे हैं वो JNU में शिक्षा की बात कर रहे हैं 🙏

Payal Rohatgi Instagram – All India Muslim Personal Law Board के नमूने #JafaryabJilani Supreme court में review petition file करना चाहते हैं #RamMandir फ़ैसले के ख़िलाफ़ क्यूँकि #Sharia law के अनुसार वो कोई भी ज़मीन पर Babar का मस्जिद नहीं बना सकते जो एक हिन्दु हत्यारा था । यह दिखता है इनकी Islamist सोच जो बहुत ख़तरनाक है क्यूँकि भारत में बहुत धर्म के लोग रहते हैं और यहाँ पर सिर्फ़ सविधान के अनुसार फ़ैसले सुनाए जाते हैं नहीं कोई Sharia के अनुसार। Jilani का review petition बेबूनियाद है। वो अपने media interaction में कह रहा था की Sabrimala verdict को review petition मिली तो उसे भी अपनी बेवक़ूफ़ सोच पर SC review petition देगी 🤪 Donkey को यह भी नहीं पता कि भगवान ayyappa के बाक़ी मंदिरो में सभी उम्र की महिला प्रवेश कर सकती है सिवाय इसके क्यूँकि यहाँ भगवान अपनी मर्ज़ी से महिला को एक बच्ची की तरह या फिर एक माँ की तरह देखना चाहते हैं। पुरुषों के लिए भी नियम हैं परंतु मदरसा के पड़े लोगों को क्या समझ 😜

AIMPLB का निर्माण इंदिरा गांधी जी ने किया था अपने vote के चक्कर में ना कि मुसलमानो ने।परंतु निर्माण होने के बाद यह Sharia law के अनुसार चलने वाला board भारत में ShahBano फ़ैसले के ख़िलाफ़ था और १९८६ में राजीव गांधी ने सत्ता पाकर SC के फ़ैसले को पलट दिया था जो शाहबानो के हक़ में था। यह AIMPLB Right to Free & Compulsary Education के ख़िलाफ़ है क्यूँकि यह सोचता है कि इससे मदरसा की सोच पर असर पड़ेगा 😂 अब यह कोंग्रेसी जो AIMPLB के निर्माण के पीछे हैं वो JNU में शिक्षा की बात कर रहे हैं 🙏 | Posted on 25/Nov/2019 08:59:53

Payal Rohatgi Instagram – All India Muslim Personal Law Board के नमूने #JafaryabJilani Supreme court में review petition file करना चाहते हैं #RamMandir फ़ैसले के ख़िलाफ़ क्यूँकि #Sharia law के अनुसार वो कोई भी ज़मीन पर Babar का मस्जिद नहीं बना सकते जो एक हिन्दु हत्यारा था । यह दिखता है इनकी Islamist सोच जो बहुत ख़तरनाक है क्यूँकि भारत में बहुत धर्म के लोग रहते हैं और यहाँ पर सिर्फ़ सविधान के अनुसार फ़ैसले सुनाए जाते हैं नहीं कोई Sharia के अनुसार। Jilani का review petition बेबूनियाद है। वो अपने media interaction में कह रहा था की Sabrimala verdict को review petition मिली तो उसे भी अपनी बेवक़ूफ़  सोच पर SC review petition देगी 🤪 Donkey को यह भी नहीं पता कि भगवान ayyappa के बाक़ी मंदिरो में सभी उम्र की महिला प्रवेश कर सकती है सिवाय इसके क्यूँकि यहाँ भगवान अपनी मर्ज़ी से महिला को एक बच्ची की तरह या फिर एक माँ की तरह देखना चाहते हैं। पुरुषों के लिए भी नियम हैं परंतु मदरसा के पड़े लोगों को क्या समझ 😜

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Payal Rohatgi Instagram – All India Muslim Personal Law Board के नमूने #JafaryabJilani Supreme court में review petition file करना चाहते हैं #RamMandir फ़ैसले के ख़िलाफ़ क्यूँकि #Sharia law के अनुसार वो कोई भी ज़मीन पर Babar का मस्जिद नहीं बना सकते जो एक हिन्दु हत्यारा था । यह दिखता है इनकी Islamist सोच जो बहुत ख़तरनाक है क्यूँकि भारत में बहुत धर्म के लोग रहते हैं और यहाँ पर सिर्फ़ सविधान के अनुसार फ़ैसले सुनाए जाते हैं नहीं कोई Sharia के अनुसार। Jilani का review petition बेबूनियाद है। वो अपने media interaction में कह रहा था की Sabrimala verdict को review petition मिली तो उसे भी अपनी बेवक़ूफ़  सोच पर SC review petition देगी 🤪 Donkey को यह भी नहीं पता कि भगवान ayyappa के बाक़ी मंदिरो में सभी उम्र की महिला प्रवेश कर सकती है सिवाय इसके क्यूँकि यहाँ भगवान अपनी मर्ज़ी से महिला को एक बच्ची की तरह या फिर एक माँ की तरह देखना चाहते हैं। पुरुषों के लिए भी नियम हैं परंतु मदरसा के पड़े लोगों को क्या समझ 😜

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