Payal Rohatgi Instagram – देखिए मैं #ArnabGoswami की fan नहीं हूँ मगर बहुत मामलों में उनका समर्थन करती हूँ क्यूँकि वो दिल से आवाज़ उठाते हैं उन मामलों पर जिनके लिए कोई आवाज़ नहीं होती। उन्होंने सुशांत मामले में आवाज़ बहुत ज़ोर से उठाई कि सरकार कि क्या नीद ख़राब हुई कि उन्होंने अब २ साल पुराना case खोल दिया।
अब जब encounter cop #SachinVaze गए थे अर्नब के घर उन्हें पकड़ने तो उन्होंने कहा कि section ३०६ लगाया गया है अर्नब पर। अब IPC का section ३०६ के ऊपर बहुत judgements आए हैं जो कहते हैं कि abetment to suicide का case नहीं बनता उन मलमो पर जहाँ civil dispute है और hyper sensitivity है और case non-matrimonial है।अगर accused ने पैसा नहीं दिया और इसलिए victim ने अपनी जान ले ली तो accused ज़िम्मेदार नहीं होगा। ऐसे बहुत judgements हैं जो supreme court और high court ने दिए हैं। तो यह आधार Arnab के ऊपर case बंध कर दिया गया था २ साल पहले।
अगर अब victim की family ने Maharastra home ministry से मिलकर यह case फिर से खोला है तो क़ानून अनुसार उनके पास additional evidence होना चाहिए यह reopening के लिए।
Police के पास यह जो power है आम आदमी या भारतीय नागरिक को उठाने का यह १८६१ का Police Act है जो १८५७ की uprising के ख़िलाफ़ लाया गया था।बाद में १९५१ में Bombay Police Act लाया गया इस colonial act के आधार पर। अब आज़ाद भारत में क्यूँ यह १०० साल पुराना क़ानून है यह मुझे नहीं पता। परंतु SC ने २००६ में कहा था कि home ministry और police department अलग होने चाहिए परंतु अभी तक कोई राजनीतिक पार्टी ने इसके ऊपर काम नहीं किया।
जो लोग को UP police और Delhi police की दादागिरी से तकलीफ़ थी वो आज महाराष्ट्र police की दादागिरी पर चुप्पी साद बैठे हैं 🙏 #payalrohatgi | Posted on 07/Nov/2020 15:15:22